पवन और पंकज
पवन और पंकज झारखण्ड के सुप्रसिद्ध कलाकारों में से एक है। पवन रॉय का जन्म 4 सितम्बर 1977 में हुआ था और उनके छोटे जन्म 6 सितम्बर 1980 में हुआ था। पवन और पंकज की जोड़ी झारखण्ड में बहुत ही पसंद की जाती है। दोनों भाइयो गुमला में बीता। बचपन से ही दोनों को गाने में बहुत रूचि रही है।
शिक्षा
स्कूल की पढाई उनकी गुमला से ही हुई। गुमला में ही उनके पिता नौकरी करते थे। बचपन गुमला में बिताने के बाद दोनों भाई कॉलेज की पढाई करने के लिए बेड़ो आ गए। यहीं उनको संगीत में रूचि बढ़ी और उनके संगीत सफर की सुरुआत भी हुई।
संगीत में करियर
पवन और पंकज कदोनो भाईयों ने गस्कूल के दिनों से ही गाना सुरु कर दिया था स्कूल में भी कई गाने गाये। दोनों हमेशा साथ में ही गीत गाते थे और अब तक साथ में ही गातें है। दोनों भाइयो का पहला एल्बम 1994 में रिकॉर्ड हुआ था जो की बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हुआ था। उनके पहले एल्बम का पायल था जिसका टाइटल गाना छम छम पायल बजे रे गोरी आज भी पसंद किया जाता है। पंकज ने में गीत गाया था जो की बहुत लोकप्रिय हुआ था “गगरा कर मुखा ” गीत से पंकज जी का संगीत सफर सुरु हुआ था।
दोनों भाईयो ने मिलकर अब तक 15 नागपुरी फिल्मो में गीत गए चुके हैं। पवन की पहली फिल्म थी सजना अनाड़ी। इस फिल्म में उनोहें एक भक्ति गीत गया था। पंकज ने एक गीत बेदर्दी गुइया में गया था जिसका नाम था सुबह पहली गाडी आज भी सुन कर आनंद का अनुभव करते हैं।
दोनों भाई आज भी गाँव में ही रहते है और अपनी भाषा से इतना प्रेम करते है की आज भी वो अपने घर में नागपुरी और सादरी में ही बात करते हैं।
पवन पंकज मोनिका की जोड़ी
नागपुरी संगीत में उदोनो भाइयों की जोड़ी नागपुरी गायिका मोनिका के साथ बहुत फेमस हुई तीनो मिलकर अनेको गाने गाए और अनेको अवार्ड्स भी जीते।
पवन पंकज के एक एल्बम हिरा नागपुर को कई राजकीय सम्मान प्राप्त है। आज भी दोनों भाई साथ में काम करते हैं और नागपुरी संगीत में अच्छे अच्छे गीतों से अपना योगदान दे रहे हैं।
प्रसिद्ध एल्बम
- कोरा कागज़
- गाँव की गोरी
- दिल्ली बम्बई
- हाय रे चाँद
- बेदर्दी गुइया
- हीरा नागपुर